व्याकरणांशाः |
मधुरमधरबिम्बे मञ्जुलं मन्दहासे | | | | | |
शिशिरममृतनादे शीतलं दृष्टिपाते । | | | | | |
विपुलमरुणनेत्रे विश्रुतं वेणुनादे | | | | | |
मरकतमणिनीलं बालमालोकये नु ॥ १.६३ ॥ | | | | | |
मधुरम्, अधरबिम्बे, मञ्जुलम्, मन्दहासे, शिशिरम्, अमृतनादे, शीतलम्, दृष्टिपाते, विपुलम्, अरुणनेत्रे, विश्रुतम्, वेणु-नादे, मरकत-मणि-नीलम्, बालम्, आलोकये, नु |
सन्धयः | | | | | |
मञ्जुलम्, शीतलम्, विश्रुतम्, मरकत-मणि-नीलम् = मोऽनुस्वारः |
आकाङ्क्षा-अन्वयः | | | | |
आलोकये नु मधुरम् अधरबिम्बे मञ्जुलम् मन्दहासे शिशिरम् अमृतनादे शीतलम् दृष्टिपाते विपुलम् अरुणनेत्रे विश्रुतम् वेणु-नादे मरकत-मणि-नीलम् बालम् |
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सुबन्तप्रक्रिया | | | | | |
मधुरम् = अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
अधरबिम्बे = अ, नपुं, ७.१, ङि, आद्गुणः |
मञ्जुलम्= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
मन्दहासे = अ, पुं, ७.१, ङि, आद्गुणः |
शिशिरम्= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
अमृतनादे= अ, नपुं, ७.१, ङि, आद्गुणः |
शीतलम्= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
दृष्टिपाते= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
विपुलम्= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
अरुणनेत्रे= अ, नपुं, ७.१, ङि, आद्गुणः |
विश्रुतम्= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
वेणु-नादे= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
मरकत-मणि-नीलम्= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
बालम्= अ, पुं, २.१, अम्, अमि पूर्वः |
नु = अव्ययम् |
तिङन्तप्रक्रिया | | | | |
आलोकये = आङ्+लोकृँ दर्शने, भ्वादिः णिच्, आत्मनेपदी, लट्, ३.१, |
समासाः, तद्धिताः, कृदन्ताः | | | |
अधरबिम्बे = अधरस्य बिम्बम्, तस्मिन् ६तत् |
मन्दहासे = मन्दः हासः क.धा, तस्मिन् |
अमृतनादे= अमृतमिव नादः, क.धा, तस्मिन् |
दृष्टिपाते= दृष्टेः पातः, तस्मिन्, ६तत् |
अरुणनेत्रे= अरुणं नेत्रम्, तस्मिन् क.धा |
विश्रुतम्= विकृष्टेन श्रुतम् प्रादिः |
वेणु-नादे= वेणोः नादं, तस्मिन् ६तत् |
मरकत-मणि-नीलम्= मरकतः मणिः क.धा, मणेः नीलमिव नीलः वर्णः यस्य तम् उपमानबहुव्रीहिः |